जय श्रीमन्नारायण,
मित्रों, हमारे कुछ भाइयों को अपने विद्या, अपने ज्ञान का अहम् हो जाता है । ऐसे में जो लोग अपने ज्ञान और विद्या का अहंकार रखते हैं, वे लोग माँ लक्ष्मी की स्थाई कृपा प्राप्त नहीं कर पाते हैं ।।
अपने ज्ञान और विद्या का उपयोग दूसरों को दुख देने में या फिर सिर्फ अपने स्वार्थों को पूरा करने में अथवा दूसरों का अपमान करने में करेंगे तो हम लंबे समय तक सुखी नहीं रह सकते ।।
मित्रों, अगर हम अपने भविष्य में सुखी रहना चाहते हैं तो हमें अपने ज्ञान और विद्या से दूसरों के दूख दूर करने के प्रयास सदैव करना अथवा करते रहना चाहिए ।।
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।। नमों नारायण ।।
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